एप्पल ने अपने यूजर्स को राहत देने के लिए ऐसे कदम उठाये|
एप्पल ने अपने यूजर्स को राहत देते हुए डेवेलपर्स पर कुछ शिकंजा कसा है | एप्पल यूजर्स जब कोई भी सॉफ्टवेयर को ट्रायल वर्शन में रन करता था तो ट्रायल पूरा होने पर ये आटोमेटिक पेड वर्शन में बदल जाता था| जिसमें यूजर्स को छुपे हुए खर्च को सहन करना पड़ता था|
परन्तु एप्पल ने नयी पालिसी के तहत डेवलपर को यह हिदायत दी है की ट्रायल वर्शन ख़तम होने से पहले यूजर्स को अलर्ट मिलना जरूरी है| ताकि चार्जेज लगने से पहले यूजर्स को पता हो की वो किस तरह का सॉफ्टवेयर या ऐप को परचेस करने जा रहा है| ये यूजर्स के लिए बहुत ही अच्छी बात है क्यों की इससे यूजर्स का फालतू का खर्च रुकेगा | ये ऐपल का एक बहुत ही बढ़िया कदम है|
परन्तु एप्पल ने नयी पालिसी के तहत डेवलपर को यह हिदायत दी है की ट्रायल वर्शन ख़तम होने से पहले यूजर्स को अलर्ट मिलना जरूरी है| ताकि चार्जेज लगने से पहले यूजर्स को पता हो की वो किस तरह का सॉफ्टवेयर या ऐप को परचेस करने जा रहा है| ये यूजर्स के लिए बहुत ही अच्छी बात है क्यों की इससे यूजर्स का फालतू का खर्च रुकेगा | ये ऐपल का एक बहुत ही बढ़िया कदम है|
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